मज़हब के नाम पर अपनी बिना सिर पैर की दलीलों से अवाम और दुनियादारी के लिए एक पाकिस्तानी मुस्लिम पुरुष एक नासूर बनता जा रहा है।
अपनी कौम और अवाम के सुधार के लिये समझदार मुसलमानों को समय रहते आगे आना ही होगा, कोई दूसरा आकर इसमें सुधार नहीं कर पायेगा।
पर दुनिया में चाहे कोई भी प्राणी जगत हो या वनस्पति हो या कुदरत की बनायी को भी नियामत हो उसका आदर करना उसका इस्तिक़बाल करना उसकी हिफ़ाज़त करना सब का फ़र्ज़ है, ये बात समय रहते मुस्लिम पुरुष को समझनी ही होगी, सभी कोमो और समाज ने अपने में समय के अनुसार सुधार किया है जो समय के साथ नहीं चलते, समय उन्हें बाहर कर देता है।
दुनिया, दुनियादारी से चलती है, सिर्फ़ मैं-मैं करके अकड़ के साथ अपनी अलग ही डफली बजाने का 'ड्रामा' ज़्यादा देर तक नहीं चलता है। जो ख़ामोश रहेंगे वो भी क़सूरवार गिने जाएँगे।
नीचे वीडियो में देखें कैसे एक बहादुर मुस्लिम महिला ने रूढ़िवादी मुस्लिम पुरुष को दिया मुँह तोड़ जवाब:
A young Pakistani man places his shawl on the head of a female interviewer, implying she must conform to Islamic customs.
— Sonam Mahajan (@AsYouNotWish) April 18, 2024
In response, the woman, Shaila Khan, handles the situation with grace and firmness, asserting her physical boundaries and stressing the importance of… pic.twitter.com/1W0i2KKCZY
