मुस्लिम देश अज़रबैजान में भी मुगलों ने मंदिरों को पहुंचाया था नुक़सान

अज़रबैजान, जो अपनी विविधता और सांस्कृतिक समृद्धि के लिए प्रसिद्ध देश है, लेकिन आज ये एक मुस्लिम बहुल देश है। इस देश में आज भी हिन्दू धर्म और संस्कृतियों का मेलजोल देखने को मिलता है। यहाँ की सांस्कृतिक धरोहर में मुग़लों के आगमन का एक असरदार हिस्सा है जिसमें मंदिरों का नुकसान भी शामिल है।

अज़रबैजान में आज भी श्री गणेश जी का मंदिर है, जो एक अनूठा संगम स्थल है जहाँ अग्नि की पूजा होती है। इस स्थान पर अब भी संस्कृत में शिलालेख हैं। आज भी इस मंदिर को फायर टेम्पल के नाम से जाना जाता है।

मुग़ल साम्राज्य के समय में, अज़रबैजान भी उनकी आक्रमणकारी दृष्टि का शिकार था। वे यहाँ आकर स्थानीय लोगों की धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं को बदलने का प्रयास करते रहे और मंदिरों को नुकसान पहुंचाए। लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए तलवार की ज़ोर की बातें कही गईं और उन्हें अपनी सांस्कृतिक अंधविश्वासों को छोड़ने के लिए मजबूर किया गया।

हालांकि, इसके बावजूद, आज भी लोगों ने अपनी सांस्कृतिक और धार्मिक विविधता को बनाए रखा है। श्री गणेश जी के मंदिर का अस्तित्व इसका एक उदाहरण है जो इस देश की सांस्कृतिक समृद्धि का प्रतीक है।

अज़रबैजान में मुग़लों के आगमन की यह कहानी हमें यह सिखाती है कि धर्म और संस्कृति का सम्मान करना हम सभी का दायित्व है। यह भी दिखाता है कि चरमपंथियों की भूलभुलैया में हमें अपनी मूलभूत सांस्कृतिक और धार्मिक मूल्यों को सुरक्षित रखने की आवश्यकता है।